अनिरुद्ध बापू साईराम जाप करते हुए

Anruddha Bapu himself doing pradakshina of bhaktistambha at sai ram jap event

श्रीनृसिंह सरस्वतीं के पूजन

Aniruddha Bapu doing Pujan of Nrusinha Saraswati Paduka Pujan

अनिरुद्ध बापू दर्शन लेते हुए

Aniruddha Bapu taking blessings of Shree Nrusinha Sarswati and Dattatray

साईराम जप

Sai Ram Jap, Shraddhavan taking istika on their head and doing pradakshina

सोमवार, 28 जुलाई 2014

श्री त्रिविक्रम

 श्रीत्रिविक्रम-shreetrivikram-aniruddha-bapu-gurupurnima-utsav
 श्रीत्रिविक्रम

बुधवार, 23 जुलाई 2014

श्रीनृसिंह सरस्वतीं के पूजन की तस्वीरें २०१४


Parampujya-Suchidada-performing-Aarati-Nrusinh-Saraswaati-paduka-pujan
परम पूज्य सुचितदादा श्रीनृसिंह सरस्वतीके पादुकाओ का पूजन करते हुए।

त्रिविक्रम पूजन की तस्वीरें

गुरुपौर्णिमेच्या दिवशी श्रद्धावान भक्तांसमवेत मी देखिल त्रिविक्रम पूजन केले. मागिल काही प्रवचनांमध्ये सद्‍गुरु अनिरुद्धांनी त्रिविक्रमाचे महत्त्व, त्याचा अल्गोरिदम, त्रिविक्रमाच्या तीन पावलांचे आपल्या जीवनातील महत्त्व इत्यादी सुंदररित्या समजाविले. त्या पार्श्वभूमीवर त्रिविक्रम पूजन करताना अत्यंत प्रसन्न वाटले.


Aniruddha Bapu performing Trivikram Pujan on Gurupournima 2013

शुक्रवार, 11 जुलाई 2014

ऋणज्ञापक स्तोत्र वॉलपेपर

ऋणज्ञापक स्तोत्रपर किए हुए वॉलपेपर्स

अनिरुद्धा तुझा मी किती ऋणी झालो
अनिरुद्धा तुझा मी किती ऋणी झालो




Gurupurnima Wallpaper





गुरुदक्षिणा


गुरुपूर्णिमा-उत्सव-Gurupurnima-utsav-2017
गुरुपूर्णिमा उत्सव
गुरुपूर्णिमा ये सद्गुरु ऋणों का स्मरण कर सद्गुरुचरणों में कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन! गुरुपूर्णिमा पर्व पर सद्गुरुको गुरुदक्षिणा देने की रीति है। पर सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध तो किसीसे कभी भी किसी भी स्वरूप में कुछ भी स्वीकार नही करतें हैं। गुरुपूर्णिमा पर भी वे फूल की पंखुडी तक भी स्वीकारते नहीं हैं।


सद्गुरु बापू कहते हें - "मुझे अगर कुछ देना ही है तो  मुझे अपने  पाप दो, मेरे मित्र पापमुक्त होकर देवयानपंथ पर समर्थता से चलते हुए मैं देखना चाहता हूँ। रामरक्षा, हनुमानचलिसा इन जैसे पवित्र स्तोत्रों का पारायण माँ चण्डिका आदिमाता के चरणों में अर्पण करो और प्रत्येक श्रद्धावान के लिए निरंतर, निरतिशय प्रेम की स्त्रोत रहने वाली आदिमाता निश्चिततः उसका कोटीगुण फल प्रदान करेंगी।"


श्रीत्रिविक्रमपूजन व महापूजन


सुबह साधारणतः 09:00 बजे से "त्रिविक्रमपूजन" व "महापूजन" की शुरूआत होती है। इसमें सभी श्रद्धावान सद्गुरुतत्त्व के प्रतीक श्री त्रिविक्रम के तीन कदमों का पूजन कर सकतें हैं। त्रिविक्रमपूजन करने से मेरे जीवन में इन सद्गुरुतत्व की कृपा, पावित्र्य, मन: सामर्थ्य और उद्धार इन तीन कदमों से आती है और त्रिविक्रम के प्रेम की छत्रछाया मेरे तथा मेरे पूरे परिवारपर धरी जाती है। श्रद्धावानों को गुरुपुर्णिमा पर सद्गुरुपूजन करने की  इच्छा होती है और सद्गुरुतत्त्व के प्रतीक त्रिविक्रमपूजनाद्वारा उनकी यह इच्छा फलद्रूप होती है।

 श्रीत्रिविक्रम-के-चरण-shretrivikram-charan-gurupurnima-utsav
 श्रीत्रिविक्रम के चरण

श्रीत्रिविक्रम-shree-trivikram-aniruddhabapu-gurupurnima-utsav
श्रीत्रिविक्रम
 श्रीत्रिविक्रम-के-चरण-shretrivikram-charan-gurupurnima-utsav
 श्रीत्रिविक्रम के चरण


सद्‌गुरु पद्‌चिन्ह पालकी

सुबह साधारणतः 09:00 बजे से परमपूज्य सद्गुरुंके चरणमुद्राओं की पालकी शुरू होती है। संपूर्ण दिन यह पालकी उत्सव स्थल पर जोश, उत्साह और धूमधामसे घुमाई जाती है जिसके फलस्वरूप  सभी श्रद्धावान इन चरणमुद्राओं का दर्शन ले सकें।

सद्‌गुरु पद्‌चिन्ह पालकी

सद्गुरुंके-चरणमुद्राaniruddha-bapu-gurupurnima-utsav
सद्गुरुंके चरणमुद्रा
श्रद्धावान सद्गुरुंके-aniruddha-bapu-चरणमुद्राओं-की-पालकी-का-आनंद-लेते-हुए
श्रद्धावान सद्गुरुंके चरणमुद्राओं की पालकी का आनंद लेते हुए।