गुरुपूर्णिमा उत्सव |
सद्गुरु बापू कहते हें - "मुझे अगर कुछ देना ही है तो मुझे अपने पाप दो, मेरे मित्र पापमुक्त होकर देवयानपंथ पर समर्थता से चलते हुए मैं देखना चाहता हूँ। रामरक्षा, हनुमानचलिसा इन जैसे पवित्र स्तोत्रों का पारायण माँ चण्डिका आदिमाता के चरणों में अर्पण करो और प्रत्येक श्रद्धावान के लिए निरंतर, निरतिशय प्रेम की स्त्रोत रहने वाली आदिमाता निश्चिततः उसका कोटीगुण फल प्रदान करेंगी।"
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