शुक्रवार, 11 जुलाई 2014

श्री अनिरुद्ध चलिसा पठण

सभी श्रद्धावान बडी आस्था के साथ गुरुपौर्णिमा उत्सव के अवसरपर "श्री अनिरुद्ध चलिसा" का पाठ करते है। हर एक घंटे बाद यह पाठ होता है।
सद्गुरु के पदचिन्हों पर बिल्वपत्र एवं तुलसीपत्र अर्पण करने का अवसर हर श्रद्धावान को मिलेगा।

श्री अनिरुद्धचलीसा का पठण - ‘कर्ता हर्ता गुरु ही है’ यह विश्वास दृढ़ होने में सहायकारी होता है। (‘एक विश्वास असावा पुरता, कर्ता हर्ता गुरु ऐसा’ )

मुंबई के बाहर रहनेवाले श्रद्धावान, जो श्रीहरिगुरुग्राम में होनेवाले पठण में सम्मिलित नहीं हो सकते, वे अपने घरों में बैठकर ही अनिरुद्धचलीसा का पठण कम से कम ११ बार या उससे भी अधिक बार कर सकते हैं।


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श्री अनिरुद्धचलीसा का पठण

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