सुबह साधारणतः 09:00 बजे से परमपूज्य सद्गुरुंके चरणमुद्राओं की पालकी शुरू होती है। संपूर्ण दिन यह पालकी उत्सव स्थल पर जोश, उत्साह और धूमधामसे घुमाई जाती है जिसके फलस्वरूप सभी श्रद्धावान इन चरणमुद्राओं का दर्शन ले सकें।
सद्गुरु पद्चिन्ह पालकी |
सद्गुरुंके चरणमुद्रा |
श्रद्धावान सद्गुरुंके चरणमुद्राओं की पालकी का आनंद लेते हुए। |
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